जैसे ही कंप्यूटर खोला
मेसेज का बॉक्स खुला , मेसेज था
सॉफ्टवेर अपडेट करें , आपके ब्रॉडबैंड इन्टरनेट पे बस कुछ मिनट में हो जायेगा , कंप्यूटर रिस्टार्ट करने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी ।
कुछ सोचा , याद आया , इन्टरनेट में बैलेंस नहीं है ..
फिर देखा , लिखा था , इन्स्टाल नाउ एंड रि मा इ न ड मी लेटर
दो आप्शन थे , रि मा इ न ड मी लेटर पे क्लिक कर दिया ।
बॉक्स बंद हो गया , ऐसा लगा , समस्या का समाधान हो गया .
अगर आप परेशानी में हो और आपको आप्शन मिल जाए ,
तो बड़ा रेलिएफ मिलता है . कुछ वक़्त के लिए ही सही ,
आदमी की आदत है , कल किसी उम्मीद में जी लेता है .
तभी बच्चा आ गया , बोला कंप्यूटर टीयु श अन की फीस भरनी है ।
कुछ सोचा , याद आया , बैंक में बैलेंस नहीं है .
फिर उसे देखा , कंप्यूटर की तरह उसकी आँखों में लिखा था .
अभी या कल याद दिलायुं .
दो आप्शन उसकी दोनों आँखों में इन्स्टाल नाउ और रि मा इ न ड मी लेटर की तरह बने बॉक्स साफ़ दिख रहे थे .
दिमाग जैसे सुन्न था , मूह से निकला , रि मा इ न ड मी लेटर।
वो चला गया , वैसे ही जैसे क्लिक करते ही कंप्यूटर में मेसेज बॉक्स बंद हो गया था ।
लेकिन मेरे दिमाग में गूंजता रहा , रि मा इ न ड मी लेटर।
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